Wheat Price Today: देशभर की मंडियों में गेहूं की नई आवक शुरू हो गई है और शुरुआत से ही इसके रेट में उछाल देखने को मिल रहा है। इस बार सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 150 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है, जिससे बाजार में सक्रियता और कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में इस बार बंपर उत्पादन हुआ है और इससे मंडियों में आवक भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची है।
एमएसपी से ऊपर बिक रहा गेहूं किसानों को मिल रहा अच्छा लाभ
किसानों के लिए यह सीजन फायदे का सौदा साबित हो रहा है क्योंकि अधिकतर मंडियों में गेहूं की कीमतें MSP से ऊपर चल रही हैं। इससे उन्हें न केवल लागत का भरपाई हो रही है बल्कि मुनाफा भी बेहतर मिल रहा है। सरकार की खरीद भी तेज़ी से चल रही है और जल्द ही खरीद लक्ष्य पूरा होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश बोनस के साथ भाव ने पकड़ी रफ्तार
मध्य प्रदेश, जो देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में से एक है, वहां सरकार 175 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दे रही है। इससे एमएसपी से ऊपर का रेट मिलना तय है। कई मंडियों में गेहूं की कीमतें 2500 से लेकर 3500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुकी हैं। नीचे कुछ मंडियों के ताजा भाव पर नजर डालें:
| मंडी | वैरायटी | न्यूनतम भाव | अधिकतम भाव |
| आरोन, गुना | शरबती | ₹2551 | ₹2900 |
| अशोकनगर | शरबती | ₹2805 | ₹3404 |
| सीहोर | शरबती | ₹2600 | ₹2600 |
| बदरवस | शरबती | ₹2455 | ₹2700 |
| बीना | शरबती | ₹3190 | ₹3400 |
| गंजबसौदा | शरबती | ₹2900 | ₹3503 |
| मालथोन | शरबती | ₹2700 | ₹2710 |
| सिरोंज | शरबती | ₹3102 | ₹3105 |
यह दर्शाता है कि मध्य प्रदेश में शरबती गेहूं की कीमतों में जबरदस्त उछाल है और किसान खुश नजर आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश मंडियों में रेट एमएसपी के आसपास, कुछ जगह ऊपर
उत्तर प्रदेश की मंडियों में भी गेहूं की आवक बनी हुई है और कीमतें ज्यादातर MSP के आसपास हैं। हालांकि कई जगह रेट इससे ऊपर भी जा रहे हैं। कुछ प्रमुख मंडियों के रेट इस प्रकार हैं:
| मंडी | वैरायटी | न्यूनतम रेट | अधिकतम रेट |
| अहरौरा | अन्य | ₹2425 | ₹2460 |
| ऐट, जालौन | दड़ा | ₹2430 | ₹2440 |
| बछरावां | दड़ा | ₹2425 | ₹2450 |
| कन्नौज | दड़ा | ₹2425 | ₹2475 |
| मऊ | दड़ा | ₹2400 | ₹2450 |
| ऐटा | दड़ा | ₹2425 | ₹2503 |
| अयोध्या | दड़ा | ₹2440 | ₹2510 |
| फर्रूखाबाद | दड़ा | ₹2425 | ₹2500 |
| कानपुर | दड़ा | ₹2400 | ₹2500 |
| लखनऊ | दड़ा | ₹2425 | ₹2427 |
अयोध्या, ऐटा और फर्रूखाबाद जैसी मंडियों में रेट 2500 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर जा चुके हैं, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है।
राजस्थान: बोनस के कारण 2575 रुपये तक पहुंचा रेट
राजस्थान सरकार भी किसानों को 150 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दे रही है। इसका सीधा असर मंडियों में दिख रहा है जहां गेहूं का भाव 2575 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुका है। बंपर उत्पादन के बावजूद यहां की खरीद में सक्रियता के कारण रेट स्थिर बने हुए हैं।
महाराष्ट्र में कमजोर स्थिति कई जगह एमएसपी से नीचे
महाराष्ट्र में स्थिति थोड़ी अलग है। यहां की अधिकतर मंडियों में गेहूं के रेट एमएसपी से नीचे चल रहे हैं। हालांकि मुंबई मंडी में रेट 6000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंचा, लेकिन वह एक अपवाद है। अधिकतर जगहों पर मॉडल प्राइस 4500 रुपये प्रति क्विंटल रहा है, जो अच्छी गुणवत्ता वाले गेहूं के लिए है।
किसानों के लिए आने वाले दिनों में और मुनाफे की उम्मीद
यह तो सिर्फ शुरुआत की रिपोर्ट है। जैसे-जैसे आवक बढ़ेगी, वैसे ही रेट में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। लेकिन वर्तमान स्थिति को देखकर यह साफ है कि किसानों को इस सीजन लाभकारी मूल्य मिल रहे हैं। सरकार की बोनस योजनाएं और एमएसपी में बढ़ोतरी से राहत भी मिली है।
क्या बाजार में बने रहेंगे ये ऊंचे भाव ?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सरकार का खरीद अभियान तेजी से चलता रहा और निर्यात की संभावनाएं खुलती हैं, तो यह संभव है कि गेहूं के भाव लंबे समय तक मजबूत बने रहें। हालांकि, ज्यादा आवक और निजी व्यापारियों की हिस्सेदारी कम होने से भावों में थोड़ी गिरावट भी आ सकती है।
इस बार गेहूं की फसल बनी किसानों के लिए लाभ का सौदा
इस बार का गेहूं सीजन किसानों के लिए लाभ का सौदा बनता दिख रहा है। एमएसपी में बढ़ोतरी, बोनस, बंपर उत्पादन और मंडियों में बढ़ते रेट – ये सभी संकेतक बताते हैं कि कृषकों को इस बार बेहतर आमदनी मिलने वाली है। हालांकि किसानों को सलाह दी जाती है कि समय पर बिक्री करें और स्थानीय मंडियों के रेट पर नज़र बनाए रखें, ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।