Air Conditioner Tips: इस साल अप्रैल की शुरुआत से ही तापमान में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिली है।
उत्तर भारत के कई हिस्सों में गर्मी ने लोगों को पहले ही परेशान करना शुरू कर दिया है। ऐसे में घरों और दफ्तरों में एयर कंडीशनर (AC) अब एक जरूरी उपकरण बन चुका है।
रात को नींद तभी आती है जब AC चल रहा हो, और दिनभर की भागदौड़ के बाद लोग ठंडी हवा में चैन तलाशते हैं।
लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार AC में रहना आपके शरीर और सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।
आइए जानते हैं AC के कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स, जिनसे आपको सचेत रहने की जरूरत है।
त्वचा पर सूखापन और खुजली की समस्या
AC का सबसे पहला असर आपकी त्वचा पर होता है।
जब आप लंबे समय तक ठंडे और सूखे वातावरण में रहते हैं, तो त्वचा की नमी धीरे-धीरे कम हो जाती है, जिससे:
- त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है
- खुजली, जलन और पपड़ी जैसी समस्या हो सकती है
- लंबे समय में यह स्किन एजिंग को भी तेज कर सकता है
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि AC चलाते समय ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें या नमी बनाए रखने वाली क्रीम लगाएं।
आंखों में जलन और लालपन की शिकायत
AC की ठंडी हवा केवल त्वचा ही नहीं, आंखों की नमी को भी खत्म कर सकती है।
AC में बैठे-बैठे अगर आपकी आंखों में जलन, खुजली या सूजन महसूस होती है, तो यह “ड्राई आई सिंड्रोम” का संकेत हो सकता है।
- आंखें लाल हो सकती हैं
- धुंधला दिखाई देने लगता है
- लगातार आंखें मलने की आदत बन जाती है
AC चलाते समय कोशिश करें कि एयरफ्लो सीधे आपकी आंखों पर न पड़े और आंखों की नमी बनाए रखने के लिए आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें।
बालों की सेहत पर बुरा असर
AC में बैठने से केवल त्वचा ही नहीं, बालों पर भी असर पड़ता है।
AC का ड्राय माहौल बालों को रूखा बना देता है, जिससे:
- बालों में नमी की कमी आ जाती है
- स्प्लिट एंड्स और बाल झड़ने की समस्या हो सकती है
- स्कैल्प ड्राय होने से डैंड्रफ की दिक्कत भी बढ़ जाती है
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि बालों में नियमित रूप से ऑयलिंग और डीप कंडीशनिंग करें, खासकर उन लोगों के लिए जो दिनभर AC में रहते हैं।
शरीर में पानी की कमी डिहाइड्रेशन
AC की ठंडक से पसीना नहीं निकलता, जिससे लोग कम पानी पीते हैं।
इसका सीधा असर शरीर के हाइड्रेशन लेवल पर पड़ता है।
डिहाइड्रेशन की वजह से:
- सिरदर्द
- थकावट
- चक्कर आना
- पेशाब का रंग गाढ़ा होना
जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
AC में रहकर भी दिनभर में 8-10 गिलास पानी पीना जरूरी है, साथ ही नारियल पानी या नींबू पानी भी शरीर को हाइड्रेट रख सकते हैं।
सांस से जुड़ी एलर्जी और संक्रमण का खतरा
AC के फिल्टर अगर समय पर साफ नहीं किए जाएं, तो उसमें धूल, फफूंदी और बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं।
इनका असर आपके फेफड़ों और सांस की नली पर पड़ता है। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और दमा रोगियों के लिए यह:
- एलर्जी का कारण बन सकता है
- सांस फूलने, नाक बहने, या गले में खराश की समस्या हो सकती है
- लंबे समय तक यह सांस संबंधी गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है
हर 15-20 दिन में AC फिल्टर की सफाई जरूर कराएं और हर सीजन में कम से कम एक बार प्रोफेशनल सर्विसिंग कराएं।
तो क्या AC इस्तेमाल न करें ?
बिलकुल नहीं! AC की जरूरत से कोई इनकार नहीं कर सकता, खासकर भारत की भीषण गर्मी में।
लेकिन इसका इस्तेमाल संतुलित और सुरक्षित तरीके से करना जरूरी है, जैसे:
- 24-26 डिग्री पर AC चलाएं, यह शरीर के लिए उपयुक्त और बिजली की बचत करने वाला टेम्परेचर है
- टाइमर या स्लीप मोड का इस्तेमाल करें
- दिन में थोड़ी देर के लिए खिड़कियां खोलकर ताजी हवा आने दें
- AC के साथ-साथ छोटा पंखा (Fan) भी चलाएं, ताकि हवा सर्कुलेट होती रहे
सुकून की ठंडक के साथ सेहत का भी रखें ध्यान
AC का प्रयोग गर्मियों में जरूरी है, लेकिन इसकी लत या गलत आदत आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है। अगर आप इन साइड इफेक्ट्स को पहचान कर सही समय पर उपाय करते हैं, तो बिना किसी जोखिम के आप AC की ठंडी हवा का मजा ले सकते हैं।