UP School Holiday: उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ती गर्मी और लू के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों की घोषणा कर दी है। सरकार ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि 20 मई 2025 से यूपी के सभी सरकारी स्कूल बंद कर दिए जाएंगे, ताकि बच्चों को गर्मी से राहत मिल सके। इस आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि बच्चों की जान और स्वास्थ्य की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
नोएडा-गाजियाबाद के प्राइवेट स्कूलों में पहले से शुरू होंगी छुट्टियां
हालांकि सरकारी स्कूलों में छुट्टियां 20 मई से शुरू होंगी, लेकिन नोएडा, गाजियाबाद जैसे शहरों के अधिकतर प्राइवेट स्कूलों ने 10 मई से ही समर वेकेशन (Summer Vacation) घोषित कर दिया है। यह फैसला इन क्षेत्रों में तेजी से बढ़ते तापमान और हीट वेव की स्थिति को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने स्वयं लिया है। कुछ निजी स्कूलों में छुट्टियां 15 या 18 मई से भी शुरू हो रही हैं।
9 बजे के बाद नहीं होंगे खेलकूद और ग्राउंड एक्टिविटी
सरकार ने बच्चों को लू से बचाने के लिए कुछ एहतियाती निर्देश भी सभी स्कूलों को जारी किए हैं। सबसे अहम नियम है कि सुबह 9 बजे के बाद किसी भी छात्र को ग्राउंड में नहीं भेजा जाएगा। इसका मतलब यह है कि खेलकूद की गतिविधियां और अभ्यास कार्यक्रम केवल सुबह 9 बजे तक ही आयोजित किए जा सकते हैं। इसके बाद बच्चों को कक्षा में ही रखा जाएगा।
अब खुले में नहीं होगी प्रार्थना सभा
गर्मी के प्रभाव को देखते हुए मॉर्निंग असेंबली या प्रार्थना सभा को भी खुले मैदान की बजाय छायादार स्थान या कक्षा में ही कराने का निर्देश दिया गया है। इससे बच्चों को धूप और गर्म हवाओं से बचाया जा सकेगा। शिक्षकों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि कोई भी गतिविधि ऐसी जगह न कराई जाए जहां तेज धूप हो।
बच्चों को दिए जाएंगे गर्मी से बचने के उपाय
राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को निर्देशित किया है कि वे बच्चों को लू से बचने के उपाय सिखाएं। जैसे – अधिक पानी पीना, टोपी पहनना, सीधी धूप से बचना आदि। बच्चों को यह भी समझाया जाएगा कि अगर उन्हें चक्कर आए, उल्टी जैसा महसूस हो या ज्यादा पसीना आए, तो वे तुरंत शिक्षकों को सूचित करें।
किन स्कूलों में लागू होंगे ये निर्देश ?
यह आदेश सभी सरकारी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, जूनियर हाईस्कूल और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों पर लागू होगा। इसके साथ ही ऐसे निजी स्कूल जो सरकार से मान्यता प्राप्त हैं, उन्हें भी इन दिशानिर्देशों का पालन करना जरूरी होगा। सरकार ने जिलों के शिक्षा अधिकारियों को कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि हर स्कूल में ये नियम पूरी तरह से लागू हों।
स्कूलों में जरूरी हैं यह सुविधाएं
सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि हर स्कूल में ठंडा और साफ पीने का पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके अलावा सभी स्कूलों को कहा गया है कि वे प्राथमिक उपचार किट, ओआरएस घोल और जरूरी दवाइयों की व्यवस्था करें, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत इलाज किया जा सके। यदि किसी स्कूल में इन नियमों का पालन नहीं होता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
छुट्टियों की तारीखों में हो सकता है बदलाव
सरकारी स्कूलों में फिलहाल 20 मई से छुट्टियों का ऐलान किया गया है, लेकिन शिक्षा विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि अगर तापमान और अधिक बढ़ा तो यह तारीख और पहले भी घोषित की जा सकती है। राज्य के सभी जिलों के मौसम की स्थिति पर नजर रखी जा रही है, और उसी के आधार पर कोई भी अगला फैसला लिया जाएगा।
बच्चों की सेहत है सरकार की प्राथमिकता
इस साल गर्मी का प्रकोप कुछ ज्यादा ही देखा जा रहा है। दिन का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, जो बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। सरकार ने साफ किया है कि बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यही कारण है कि समय रहते छुट्टियों का ऐलान कर दिया गया है और आवश्यक दिशा-निर्देश लागू किए जा रहे हैं।
स्कूल प्रशासन को जिम्मेदारी से करना होगा पालन
सरकार के निर्देशों के बाद हर स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ गई है। उन्हें न केवल सरकारी आदेशों का पालन करना है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी अनिवार्य है। शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे स्कूलों का निरीक्षण करें और रिपोर्ट सौंपें। कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बच्चों की सुरक्षा के लिए उठाया गया समय पर कदम
उत्तर प्रदेश सरकार का यह फैसला दर्शाता है कि वह बच्चों की सेहत और सुरक्षा को लेकर गंभीर है। समय रहते छुट्टियों का ऐलान, जरूरी सावधानियां और स्कूलों में व्यवस्थाएं – यह सब कुछ एक समर्पित नीति का हिस्सा हैं। यदि यह मॉडल ठीक से लागू होता है तो आने वाले वर्षों में हीट वेव से बच्चों की सुरक्षा और बेहतर हो सकेगी।