GOLD SILVER PRICE: लगातार ऊंचाई छूते सोने के दामों में अब एक बड़ी गिरावट देखी जा रही है। सोने की कीमत में ₹2300 प्रति 10 ग्राम तक की गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है। वहीं आम ग्राहक इस गिरावट से खुश नजर आ रहे हैं क्योंकि लंबे समय बाद उन्हें सोने के दाम कुछ सामान्य होते दिख रहे हैं। यह गिरावट ऐसे समय आई है जब सोना 22 अप्रैल 2025 को ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा पार कर गया था।
पिछले एक साल में 30% तक बढ़े थे सोने के दाम
हाल के महीनों में सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी। 2024 के अंत से लेकर 2025 के अप्रैल तक, सोने ने लगभग 30% तक का उछाल दर्ज किया था। अक्षय तृतीया 2024 पर जहां 24 कैरेट सोने का दाम ₹76,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास था, वहीं 2025 की अक्षय तृतीया तक यह ₹99,000 से ₹1,00,000 तक पहुंच गया था।
क्यों बढ़े थे सोने के दाम अमेरिका बना था बड़ा कारण
सोने के भाव में उछाल के पीछे सबसे बड़ा कारण अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अनिश्चितता था। अमेरिका की ओर से टैरिफ वॉर, वैश्विक व्यापार में अस्थिरता, और विभिन्न देशों पर रिसिप्रोकल टैक्स लगाने की नीतियों ने निवेशकों को डरा दिया। ऐसे में निवेशकों ने सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोने को चुना, जिससे इसकी मांग बढ़ी और कीमतें चढ़ गईं।
अब क्यों गिर रहा है सोना ?
अब हालात थोड़े सामान्य होते दिख रहे हैं। अमेरिका ने टैरिफ वॉर को लेकर अपनी रणनीति में नरमी दिखाई है और 90 दिन के लिए टैरिफ फैसलों को होल्ड कर दिया है। साथ ही चीन और अमेरिका के बीच बातचीत की संभावनाएं बढ़ी हैं। इससे ग्लोबल मार्केट में निवेशकों का भरोसा बढ़ा है और सोने की मांग घटने लगी है, जिससे कीमतों में गिरावट आई है।
अलग-अलग शहरों में क्या हैं सोने के ताजा रेट ?
अभी देश के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें कुछ इस प्रकार हैं (22 कैरेट प्रति 10 ग्राम):
- दिल्ली: ₹87,700
- मुंबई: ₹87,400
- कोलकाता: ₹87,600
- चेन्नई: ₹88,100
- जयपुर और भोपाल: ₹87,900 के आसपास
वहीं 24 कैरेट गोल्ड की बात करें तो यह ₹95,000 से ₹96,000 प्रति 10 ग्राम के बीच में कारोबार कर रहा है।
क्या निवेशकों को होनी चाहिए चिंता ?
इस गिरावट से लघु अवधि के निवेशकों को नुकसान हुआ है, खासकर जिन्होंने उच्चतम स्तर पर निवेश किया था। लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों को विशेषज्ञ अभी भी सोने को सुरक्षित मानते हैं। उनका कहना है कि ये गिरावट अस्थायी हो सकती है और अगर वैश्विक तनाव दोबारा बढ़ता है तो सोना फिर से ऊपर जा सकता है।
एक्सपर्ट्स का क्या कहना है ?
सोना विशेषज्ञों के अनुसार, अगर अंतरराष्ट्रीय स्थिति स्थिर बनी रहती है और डॉलर मजबूत होता है तो 2025 के अंत तक सोना ₹70,000 से ₹75,000 प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि अगर सब कुछ सामान्य रहता है तो सोना ₹56,000 प्रति 10 ग्राम तक भी आ सकता है।
चांदी की कीमत का क्या हाल है ?
जहां सोने में गिरावट आई है, वहीं चांदी की कीमतों में तेजी बरकरार है। 1 मई 2025 को चांदी की कीमत ₹113,500 प्रति किलो के करीब चल रही है। सोने की गिरावट का असर अभी चांदी पर खास नहीं पड़ा है, क्योंकि औद्योगिक मांग और घरेलू उपयोग में चांदी की मांग बनी हुई है।
क्या यह खरीदारी का सही समय है ?
अगर आप सोने की खरीदारी करना चाह रहे हैं तो यह समय सही साबित हो सकता है, खासकर यदि आगे कीमत और गिरती है। त्योहारों और शादी के सीजन से पहले अगर आप खरीदारी कर लेते हैं तो भविष्य में फायदे में रह सकते हैं। हालांकि, निवेश के लिहाज से थोड़ा इंतजार करना भी समझदारी हो सकती है।
भविष्य में क्या ट्रेंड दिख सकता है ?
भविष्य की बात करें तो सोने की कीमतें कई फैक्टर पर निर्भर करेंगी:
- डॉलर की स्थिति और ब्याज दरें
- अमेरिका-चीन व्यापार संबंध
- भारत में त्योहारों और शादियों की मांग
- OPEC के फैसले और कच्चे तेल की कीमतें
अगर इनमें स्थिरता रहती है तो सोना सस्ता रह सकता है, लेकिन वैश्विक तनाव बढ़ने पर फिर से कीमतें ऊपर जा सकती हैं।
सोने के दाम नीचे लेकिन सतर्क रहना जरूरी
सोने की कीमतों में आई इस गिरावट ने आम ग्राहकों को राहत दी है लेकिन निवेशकों को सावधान रहने की जरूरत है। आने वाले दिनों में बाजार की चाल, वैश्विक नीतियां और घरेलू मांग इस पर बड़ा असर डाल सकती हैं। खरीदारी करने से पहले रेट चेक करें, शहरवार तुलना करें और विश्वसनीय स्रोत से खरीदारी करें।