Holiday Cancelled: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में इन दिनों प्रशासन हाई अलर्ट पर है। वजह है दो बड़े आयोजन – एक तरफ NEET परीक्षा-2025, तो दूसरी तरफ विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर के बेटे प्रबल प्रताप सिंह तोमर की शादी का रिसेप्शन। इन दोनों कार्यक्रमों को लेकर प्रशासन ने 3 से 5 मई तक की सभी सरकारी छुट्टियां निरस्त कर दी हैं।
वीवीआईपी रिसेप्शन में उमड़ा दिग्गजों का जमावड़ा
रविवार को आयोजित शादी के रिसेप्शन में देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित दर्जनों वीवीआईपी और बॉलीवुड सेलिब्रिटीज शामिल हो रहे हैं। सुनील शेट्टी, सोनू सूद और प्राची देसाई जैसे बड़े नाम भी ग्वालियर पहुंच चुके हैं, जिनका एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
प्रशासन ने जारी किया छुट्टी निरस्तीकरण आदेश
ग्वालियर के एडीएम टीएन सिंह ने एक आधिकारिक आदेश जारी कर स्पष्ट किया कि 3 से 5 मई तक जिले के सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द की जा रही हैं। जिले में मौजूद करीब 24 हजार कर्मचारी-अधिकारी अब इन तीन दिनों में किसी भी हालत में मुख्यालय छोड़कर बाहर नहीं जा सकेंगे।
वीवीआईपी मूवमेंट और NEET परीक्षा की तैयारी में जुटा प्रशासन
4 मई को आयोजित NEET परीक्षा और साथ ही वीवीआईपी मूवमेंट को लेकर प्रशासन कोई जोखिम नहीं लेना चाहता। अधिकारियों के अनुसार, इतनी बड़ी व्यवस्थाओं के संचालन के लिए बड़ी संख्या में स्टाफ की जरूरत है, इसलिए छुट्टियों पर रोक लगाई गई है।
3 हजार पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में लगाया गया
ग्वालियर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शहर का ट्रैफिक प्लान पूरी तरह से बदल दिया गया है और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। ग्वालियर रेंज के आईजी और डीआईजी सुरक्षा व्यवस्था की स्वयं निगरानी कर रहे हैं। कुल 3,000 पुलिस अधिकारी और जवान सुरक्षा में तैनात किए गए हैं, ताकि किसी भी तरह की चूक न हो।
होटल से लेकर ट्रैफिक तक सब कुछ बदला
इस वीवीआईपी आयोजन के चलते ग्वालियर के प्रमुख होटलों की बुकिंग पूरी तरह फुल हो चुकी है। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और आयोजन स्थल के आसपास यातायात व्यवस्था में बदलाव किए गए हैं। जगह-जगह पर बैरिकेडिंग, चेकिंग और ड्यूटी पॉइंट निर्धारित किए गए हैं।
क्या है प्रशासन का संदेश ?
प्रशासन की ओर से साफ संदेश है कि सभी सरकारी अधिकारी-कर्मचारी 3 से 5 मई तक अपने मुख्यालय में उपस्थित रहें। छुट्टी पर गए लोगों को भी वापस बुलाया गया है। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि सभी डिपार्टमेंट इमरजेंसी मोड पर काम करें ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
ग्वालियर बना वीआईपी आयोजन और परीक्षा का केंद्र
ग्वालियर में इन तीन दिनों के दौरान धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक और प्रशासनिक गतिविधियां एक साथ चल रही हैं। इस तरह की स्थिति में प्रशासनिक संतुलन बनाए रखना बड़ी चुनौती है। लेकिन जिस तरह से तैयारियां की गई हैं, उससे साफ है कि प्रशासन इस चुनौती से निपटने को पूरी तरह तैयार है।