1 May Paid Holiday: राज्य सरकार के श्रम विभाग ने आगामी 1 मई 2025 (श्रम दिवस) को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। श्रम आयुक्त पूजा पार्थ द्वारा जारी आदेश के अनुसार, इस दिन को सवैतनिक अवकाश घोषित किया गया है। यानी इस दिन छुट्टी भी मिलेगी और वेतन भी पूरा मिलेगा। यह खबर श्रमिकों के लिए खुशखबरी से कम नहीं है क्योंकि अब वे इस दिन को परिवार और साथियों के साथ उत्सव की तरह मना सकेंगे।
सभी औद्योगिक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को निर्देश
श्रम विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह आदेश राज्य के सभी औद्योगिक, वाणिज्यिक संस्थानों और सार्वजनिक उपक्रमों पर लागू होगा। यानी फैक्ट्री, दुकान, कार्यालय, होटल, गोदाम, वर्कशॉप, मॉल, प्राइवेट कंपनियों समेत अन्य प्रतिष्ठानों में काम करने वाले श्रमिकों को 1 मई को अनिवार्य छुट्टी और वेतन दोनों देना होगा। नियोक्ताओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई श्रमिक इस अधिकार से वंचित न रहे।
श्रमिकों के सम्मान में सरकार का सराहनीय कदम
श्रम आयुक्त पूजा पार्थ ने कहा कि श्रमिक हमारे समाज और अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते हैं। वे दिन-रात मेहनत कर देश की उत्पादन, निर्माण और सेवाओं की धुरी को संभाले हुए हैं। ऐसे में उनका सम्मान करना और उन्हें एक दिन की राहत देना न केवल मानवीय कर्तव्य है, बल्कि न्यायिक दृष्टिकोण से भी यह एक जरूरी पहल है।
नियोक्ताओं से की गई अपील
सरकार ने सभी निजी व सार्वजनिक संस्थानों के प्रबंधकों से अनुरोध किया है कि वे श्रमिकों को उनका यह अधिकार पूर्ण रूप से दें। साथ ही श्रम विभाग ने यह भी कहा है कि यदि कोई संस्था इस आदेश का उल्लंघन करती है तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। विभाग का उद्देश्य है कि हर श्रमिक को उसका हक मिल सके, और वह सम्मान के साथ जीवन यापन कर सके।
श्रम दिवस इतिहास और महत्व
श्रम दिवस हर साल 1 मई को मनाया जाता है। यह दिन दुनियाभर में मेहनतकश मजदूरों के सम्मान में समर्पित होता है। 1886 में अमेरिका के शिकागो शहर में मजदूर आंदोलन के दौरान कई श्रमिकों ने 8 घंटे कार्यदिवस की मांग को लेकर बलिदान दिया था। उसी ऐतिहासिक संघर्ष की याद में आज यह दिन मजदूर एकता और अधिकारों के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
जयपुर में आयोजित होगा औद्योगिक शिविर
राजस्थान वित्त निगम ने भी इसी क्रम में 30 अप्रैल को जयपुर में औद्योगिक शिविर का आयोजन करने का ऐलान किया है। यह शिविर सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक निगम के जयपुर शाखा कार्यालय में चलेगा। इस आयोजन का उद्देश्य उद्यमियों को सुविधाएं प्रदान करना और ऋण प्रक्रिया को सरल बनाना है।
युवा उद्यमिता को मिलेगा बड़ा प्रोत्साहन
राजस्थान वित्त निगम के उपप्रबंधक (इंचार्ज) ओम प्रकाश शर्मा ने जानकारी दी कि युवा उद्यमिता प्रोत्साहन योजना के तहत 45 वर्ष से कम उम्र के युवाओं को बड़ी राहत दी गई है। अब सीनियर सेकेंडरी, स्नातक, डिप्लोमाधारी, तकनीकी स्नातक युवाओं को ब्याज सब्सिडी की सीमा 150 लाख से बढ़ाकर 200 लाख रुपये कर दी गई है।
मौके पर तैयार होंगी ऋण आवेदन पत्रावलियां
इस शिविर की खास बात यह होगी कि इच्छुक उद्यमी वहीं मौके पर अपने ऋण के आवेदन तैयार करवा सकते हैं और उन्हें तुरंत स्वीकार भी किया जाएगा। यह प्रक्रिया न सिर्फ पारदर्शिता बढ़ाएगी, बल्कि राज्य के स्टार्टअप और छोटे व्यवसायियों को भी मजबूत बनाएगी।
श्रमिकों की खुशी और युवाओं के सपनों को मिलेगा पंख
एक ओर जहां 1 मई को सवैतनिक अवकाश का फैसला श्रमिकों को सम्मान और राहत देगा, वहीं दूसरी ओर औद्योगिक शिविर और ऋण योजनाएं नवोदित उद्यमियों को आगे बढ़ने का मौका देंगी। ये दोनों पहल सरकार की इस सोच को दर्शाती हैं कि वह श्रमिकों और व्यवसायियों को एक साथ सशक्त बनाना चाहती है।
श्रम दिवस 2025 बनेगा दोहरी खुशियों का अवसर
1 मई 2025 का दिन राजस्थान और देशभर के श्रमिकों के लिए एक नई ऊर्जा, सम्मान और उम्मीद का दिन बनकर सामने आएगा। श्रमिकों को छुट्टी के साथ वेतन, और युवा उद्यमियों को आसान ऋण – ये दोनों ही कदम राज्य को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। सरकार और समाज अगर ऐसे प्रयास लगातार करते रहें तो वास्तव में श्रम का सम्मान और विकास दोनों साथ चल सकते हैं।