Air Conditioner Bill: गर्मी शुरू होते ही एसी खरीदने या इस्तेमाल करने का प्लान बनने लगता है। लेकिन बहुत से लोग इसलिए पीछे हट जाते हैं क्योंकि उनके मन में एक सवाल बार-बार आता है – “एसी चलाएंगे तो बिजली का बिल कितना आएगा?” यह चिंता बिल्कुल जायज़ है क्योंकि बिजली के भारी बिल अक्सर लोगों की जेब पर बड़ा असर डालते हैं। हालांकि, अगर आप थोड़ी समझदारी और प्लानिंग के साथ एसी इस्तेमाल करें, तो आराम भी मिलेगा और बिल भी कंट्रोल में रहेगा।
एसी की सर्विसिंग से लेकर नई खरीदारी तक बढ़ी तैयारी
गर्मियों की शुरुआत के साथ ही लोगों ने एसी की सर्विसिंग शुरू कर दी है। अभी शायद कुछ लोग कूलर से काम चला रहे हों, लेकिन जैसे-जैसे तापमान बढ़ेगा, एसी की जरूरत महसूस होने लगेगी। वहीं, बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो नया एसी खरीदने की तैयारी में हैं, क्योंकि भीषण गर्मी में कूलर भी बेअसर हो जाते हैं। लेकिन इन सबके बीच, बिल का डर सबसे बड़ी रुकावट बनता है।
समझिए एसी की बिजली खपत का सीधा गणित
अगर आप जानना चाहते हैं कि रात में 8 घंटे एसी चलाने पर कितना बिल आएगा, तो इसके लिए अब एक आसान तरीका है। दिल्ली की बिजली कंपनी बीएसईएस (BSES Yamuna Power Ltd) ने अपनी वेबसाइट पर एक एनर्जी कैलकुलेटर दिया है जो आपकी बिजली खपत का अनुमान तुरंत बता देता है।
बीएसईएस की वेबसाइट से करें सही अनुमान
आप सीधे https://www.bsesdelhi.com/web/bypl/energy-calculator लिंक पर जाकर एनर्जी कैलकुलेटर पर पहुंच सकते हैं। यहां आपको “Cooling” कैटेगरी चुननी होगी, फिर “AC” आइकन पर क्लिक करें।
अब यहां आप भरें:
- AC की क्षमता (जैसे 1.5 टन या 2400 वाट)
- कितने एसी इस्तेमाल करते हैं (संख्या)
- हर दिन कितने घंटे चलाते हैं (जैसे रात के 8 घंटे)
- महीने में कितने दिन चलाएंगे (जैसे 30 दिन)
30 दिन में रोज 8 घंटे एसी चलाने पर कितना होगा बिल ?
जब हमने एनर्जी कैलकुलेटर से 1.5 टन का एसी, रोज 8 घंटे और 30 दिन के लिए डाला तो वेबसाइट ने 576 यूनिट की खपत बताई। अब हर राज्य में प्रति यूनिट रेट अलग-अलग होता है। अगर हम औसतन 7 रुपये प्रति यूनिट मानें, तो 576 यूनिट पर 4032 रुपये खर्च आएगा।
अगर टैक्स और अन्य चार्ज भी जोड़ें, तो यह बिल 4500 रुपये तक जा सकता है। यानी अगर आप स्मार्ट तरीके से इस्तेमाल करें, तो महीने का खर्च अनुमानित रूप से तय किया जा सकता है।
दिल्ली में फ्री यूनिट और सब्सिडी का फायदा
अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो आपको बड़ी राहत मिल सकती है। यहां 200 यूनिट तक बिजली फ्री दी जाती है और 400 यूनिट तक डिस्काउंट। यानी आपके एसी बिल का कुछ हिस्सा फ्री यूनिट में कवर हो सकता है। लेकिन अन्य राज्यों में ये सब्सिडी उपलब्ध नहीं होती, इसलिए वहां पूरे बिल का भुगतान करना पड़ता है।
ज्यादा देर एसी चलाने पर कैसे बढ़ेगा बिल ?
अगर आप एसी सिर्फ रात में चलाते हैं तो बिल सीमित रहेगा। लेकिन अगर आप दिन में भी एसी इस्तेमाल करते हैं – जैसे सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक, तो खपत 1200 यूनिट तक पहुंच सकती है, जिससे बिल 8000 से 9000 रुपये तक जा सकता है। यही कारण है कि समझदारी से उपयोग करना बेहद जरूरी है।
कैसे करें बिजली के बिल में बचत ?
अगर आप एसी का बिल कम करना चाहते हैं, तो कुछ आसान टिप्स अपनाकर काफी हद तक बचत कर सकते हैं:
- इन्वर्टर एसी खरीदें, जो कम बिजली खपत करता है।
- कमरे को पूरी तरह बंद रखें, ताकि ठंडी हवा बाहर न जाए।
- टेंपरेचर को 24-26 डिग्री पर सेट करें, यह सेहत और बिजली बिल दोनों के लिए बेहतर है।
- सीलिंग फैन को एसी के साथ चलाएं, ताकि ठंडी हवा पूरे कमरे में फैले।
- दिन में कम से कम समय के लिए एसी चलाएं और प्राकृतिक रोशनी व हवा का उपयोग करें।
एसी खरीदने से पहले करें सही प्लानिंग
अगर आप नया एसी लेने का सोच रहे हैं, तो सिर्फ ब्रांड नहीं बल्कि पावर कंजम्पशन रेटिंग (BEE Star Rating) जरूर देखें। 5 स्टार एसी बिजली की कम खपत करता है और लंबे समय में बिल में बचत भी कराता है। साथ ही, उस क्षेत्र की बिजली सब्सिडी पॉलिसी को भी ध्यान में रखें।
एसी से डरें नहीं समझदारी से इस्तेमाल करें
एसी आज के समय में सिर्फ आराम का साधन नहीं, जरूरत भी बन गया है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां तापमान 45 डिग्री से ऊपर पहुंच जाता है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आपको बिजली बिल से डरकर एसी से दूर रहना पड़े।
अगर आप थोड़ी सी प्लानिंग, समझदारी और कैलकुलेशन के साथ एसी का इस्तेमाल करेंगे, तो न सिर्फ गर्मी से राहत मिलेगी, बल्कि जेब पर भी ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।