Ripening Mangoes Tips: गर्मी का मौसम आम का मौसम होता है, लेकिन बाजार में बिकने वाले कुछ आमों को कृत्रिम रूप से केमिकल से पकाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। खासकर कैल्शियम कार्बाइड जैसे केमिकल्स से पके आम खाने से सिरदर्द, पेट में जलन, चक्कर आना और गैस की समस्या हो सकती है। ऐसे में अगर आपके घर में आम का पेड़ है और तूफान-आंधी से कच्चे आम गिर गए हैं, तो आप उन्हें घर पर बिना किसी रासायनिक प्रक्रिया के सुरक्षित तरीके से पका सकते हैं।
केमिकल से पके आम क्यों हैं नुकसानदायक ?
कैल्शियम कार्बाइड से आम पकाने पर उनमें एसिटिलीन गैस निकलती है, जो तंत्रिका तंत्र और श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके लगातार सेवन से शरीर पर दीर्घकालिक बुरा प्रभाव पड़ सकता है। यही कारण है कि एफएसएसएआई (FSSAI) ने इस पर रोक लगा रखी है।
बिना खर्च के आम पकाने का आसान देसी तरीका
यदि आप बिना ₹1 खर्च किए घर पर आम पकाना चाहते हैं, तो आपके पास दो बहुत ही आसान विकल्प हैं, अखबार और कागज के बैग। इन दोनों चीजों की मदद से आप आम को प्राकृतिक तरीके से पका सकते हैं।
- आम को एक-एक करके अखबार में लपेटें।
- उन्हें किसी ठंडी, छायादार और सामान्य तापमान वाले कमरे में रखें।
- हर रोज आमों को जांचते रहें, क्योंकि सभी आमों का पकने का समय अलग होता है।
कितने दिनों में पकते हैं आम ?
इस देसी तरीके से आम 2 से 4 दिन में पक सकते हैं। कुछ आम जल्दी पक जाते हैं, जबकि कुछ को थोड़ा ज्यादा समय लगता है। इस प्रक्रिया में किसी तरह की कृत्रिम गर्मी देने की आवश्यकता नहीं होती है। गर्म धूप या गर्म कमरे में आम न रखें, इससे उनका स्वाद और बनावट बिगड़ सकती है।
अगर न हो अखबार या बैग तो अपनाएं यह विकल्प
यदि आपके पास अखबार या कागज का बैग नहीं है, तो भी चिंता की बात नहीं है। आप एक बड़े बर्तन में आम भरकर उस पर सूती कपड़ा ढक सकते हैं। हालांकि, यह विधि थोड़ी धीमी है, लेकिन इससे आम धीरे-धीरे प्राकृतिक तरीके से पक जाते हैं। यह तरीका उन लोगों के लिए बेहतर है जिनके पास बड़ी मात्रा में कच्चे आम हैं।
कार्डबोर्ड का भी कर सकते हैं उपयोग
अगर आपके पास कार्डबोर्ड बॉक्स है तो आप उसमें आम रख सकते हैं। कार्डबोर्ड बॉक्स की सतह और उसका बंद वातावरण आमों के चारों ओर गर्मी और नमी बनाए रखने में मदद करता है, जिससे आम जल्दी पकते हैं। बस ध्यान रखें कि रोजाना हवा के लिए थोड़ा खोलकर देख लें ताकि अंदर फंगस न लगे।
स्वस्थ आम बेहतर स्वाद
इस देसी तरीके से पकाए गए आमों का स्वाद भी बेहतर होता है और सेहत पर भी कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता। इसके अलावा, यह तरीका न केवल सस्ता है बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है।
केमिकल से दूरी बनाएं देसी तरीका अपनाएं
आम भारत का राष्ट्रीय फल है और इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभदायक होता है। लेकिन अगर आप रासायनिक रूप से पके आम खाते हैं तो वह लाभ नुकसान में बदल सकता है। इसलिए कृत्रिम तरीकों से बचें और देसी जुगाड़ अपनाएं, आपकी सेहत भी बचेगी और स्वाद भी बना रहेगा।