Sona Chandi Bhav: 2 मई 2025 को सोने और चांदी के भाव में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रहे करेक्शन के बाद गोल्ड आज 2500 रुपये तक सस्ता हो गया है। वहीं, चांदी भी 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के नीचे आ गई है। इससे पहले 22 अप्रैल को सोना 1,00,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंचा था।
सोने की कीमतों में गिरावट का सिलसिला जारी
22 अप्रैल के बाद से ही सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। आज 2 मई को 24 कैरेट गोल्ड का रेट करीब 95,600 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा जबकि 22 कैरेट सोना 87,550 रुपये के आस-पास कारोबार कर रहा है। कल सोने में 2,300 रुपये तक की भारी गिरावट आई थी और आज फिर 250 रुपये और टूट गया है।
क्या ये सोने में निवेश का सही समय है ?
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या यही समय है गोल्ड में निवेश करने का? जानकारों के मुताबिक, लगातार आ रही गिरावट निवेश के लिहाज से अच्छा अवसर हो सकता है, लेकिन यह भी देखना जरूरी है कि क्या यह गिरावट आगे और गहराएगी या अब भाव स्थिर रहेंगे।
दिल्ली-मुंबई समेत प्रमुख शहरों में सोने का रेट
शुक्रवार 2 मई 2025 को अलग-अलग शहरों में गोल्ड का रेट कुछ इस प्रकार रहा:
शहर का नाम | 22 कैरेट रेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट रेट (₹/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | 87,750 | 95,660 |
मुंबई | 87,550 | 95,510 |
चेन्नई | 87,550 | 95,660 |
कोलकाता | 87,750 | 95,510 |
जयपुर | 87,750 | 95,660 |
लखनऊ | 87,750 | 95,660 |
बंगलुरु | 87,550 | 95,510 |
पटना | 87,550 | 95,510 |
चांदी भी लुढ़की अब 1 लाख से नीचे
चांदी की कीमत भी आज 2 मई को 98,000 रुपये प्रति किलोग्राम रही। यह भाव काफी समय के बाद 1 लाख रुपये के नीचे आया है। कल की तुलना में चांदी 1,000 रुपये सस्ती हुई है, जिससे यह भी स्पष्ट होता है कि चांदी बाजार में भी दबाव बना हुआ है।
जानिए कैसे तय होती है सोने की कीमत ?
भारत में गोल्ड रेट कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है। इनमें शामिल हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार के भाव
- रुपया और डॉलर के बीच विनिमय दर
- सरकार की टैक्स पॉलिसी
- लोकल डिमांड और फेस्टिव सीजन की मांग
त्योहारी मौसम, शादियों का समय और वैश्विक बाजार में हलचल का सीधा असर भारतीय सर्राफा बाजार पर पड़ता है।
निवेशकों के लिए क्या है सलाह ?
यदि आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो यह गिरावट आपके लिए एक अच्छा एंट्री प्वाइंट हो सकता है। वहीं, शॉर्ट टर्म के लिए थोड़ा और इंतजार करना बेहतर हो सकता है क्योंकि भाव में और करेक्शन आने की संभावना जताई जा रही है।
गिरावट के बीच निवेश का मौका या खतरा ?
सोने और चांदी दोनों में भारी गिरावट के चलते बाजार में मिश्रित भावनाएं हैं। एक ओर निवेशकों के लिए यह मौका है, वहीं दूसरी ओर अनिश्चितता का माहौल भी बना हुआ है। ऐसे में निवेश से पहले बाजार की दिशा और वैश्विक संकेतों को समझना जरूरी है।