Rules Changed From 1 May: देश में 1 मई 2025 से बैंकिंग और रेलवे से जुड़े कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव लागू हो गए हैं। ये नए नियम सीधे तौर पर आम आदमी की जेब, बैंकिंग सेवाओं और यात्रा पर असर डालने वाले हैं। अगर आप एटीएम से पैसा निकालते हैं, ट्रेन में सफर करते हैं, या फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है।
एफडी (FD) पर ब्याज दरों में कटौती निवेशकों की रणनीति पर असर
RBI द्वारा रेपो रेट में 0.25% की कटौती के बाद कई बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरें घटा दी हैं। कुछ बैंकों ने तो अपनी विशेष उच्च ब्याज दर वाली FD योजनाएं भी बंद कर दी हैं। इसका सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो अपनी बचत को FD में सुरक्षित मानते हैं। अब निवेशकों को कम रिटर्न मिलने की आशंका है और उन्हें अपने निवेश की रणनीति पर दोबारा विचार करना पड़ सकता है।
RRB विलय से बदला ग्रामीण बैंकिंग ढांचा
सरकार ने ‘एक राज्य, एक आरआरबी’ योजना के तहत देशभर के 43 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (Regional Rural Banks – RRB) का विलय कर अब इनकी संख्या घटाकर 28 कर दी है। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग नेटवर्क को मजबूत बनाना है। इससे बैंकिंग सेवाएं ज्यादा संगठित होंगी और लाभार्थियों को सुविधा मिलेगी, खासकर पीएम किसान जैसी योजनाओं के तहत पैसे लेने वालों को।
एटीएम से फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा घटी कैश निकालना हुआ महंगा
अब मेट्रो शहरों में एक महीने में सिर्फ 3 बार और गैर-मेट्रो शहरों में 5 बार ही फ्री एटीएम ट्रांजैक्शन की सुविधा मिलेगी। इसके बाद हर बार पैसे निकालने पर 23 रुपये तक का चार्ज देना होगा। इतना ही नहीं, बैलेंस चेक करने पर भी अब 7 रुपये लगेंगे, जो पहले 6 रुपये था। यानी छोटी-छोटी बैंकिंग सेवाओं पर भी अब जेब पर असर पड़ेगा।
रेलवे टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव वेटिंग टिकट से नहीं कर पाएंगे आरामदायक सफर
भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब वेटिंग टिकट (Waiting Ticket) केवल जनरल कोच के लिए मान्य होगा। अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट के साथ स्लीपर या एसी कोच में यात्रा करता पाया गया, तो टीटीई उस यात्री को सामान्य डिब्बे में भेज सकता है या फिर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। यह फैसला भीड़भाड़ को नियंत्रित करने और सीटों के दुरुपयोग को रोकने के लिए लिया गया है।
यात्रा से पहले जानें नया टिकट नियम वरना हो सकती है परेशानी
रेलवे के इस नए नियम से लाखों यात्रियों को झटका लग सकता है। पहले यात्री वेटिंग टिकट लेकर स्लीपर या एसी कोच में बैठ जाते थे, लेकिन अब ऐसा करने पर यात्रा बाधित हो सकती है। इसलिए यदि आपकी टिकट वेटिंग में है, तो आप जनरल कोच में ही सफर करें या टिकट कन्फर्म होने का इंतजार करें।
बैंकिंग सेवाओं पर महंगाई का सीधा असर
नए नियमों से यह साफ है कि बैंकिंग सेवाएं अब पहले की तरह सस्ती नहीं रह गई हैं। एटीएम से पैसे निकालने से लेकर FD में निवेश करने तक, हर जगह आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ रहा है। वहीं, बैंक अपनी सेवाओं को डिजिटल और ऑटोमेटेड बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, जिससे सामान्य ग्राहकों को ज्यादा शुल्क देना पड़ सकता है।
डिजिटल ट्रांजैक्शन पर रहेगा जोर लेकिन सतर्कता जरूरी
बैंकिंग नियमों में बदलाव के बाद अब सरकार और बैंकिंग संस्थान डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रहे हैं। लेकिन इसके साथ ही ग्राहकों को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए भी सतर्क रहना होगा। नेट बैंकिंग, यूपीआई और मोबाइल बैंकिंग में पासवर्ड, ओटीपी और लिंक को लेकर सावधानी बेहद जरूरी है।
हर ग्राहक को अपडेट रहना जरूरी
बैंकिंग और रेलवे जैसे क्षेत्रों में नियमों का बदलाव सीधे तौर पर आम आदमी को प्रभावित करता है। ऐसे में जरूरी है कि हम इन बदलावों की जानकारी समय पर लें और अपनी प्लानिंग उसी अनुसार करें। 1 मई से लागू हुए ये नियम सिर्फ पैसों की बचत या खर्च को ही नहीं बल्कि यात्रा और निवेश की सोच को भी बदल सकते हैं।