Bihar School Holidays: देशभर में गर्मियों का असर तेजी से बढ़ता जा रहा है, और इसके साथ ही विभिन्न राज्यों में स्कूलों की गर्मी की छुट्टियों (Summer Vacation 2025) की घोषणा भी शुरू हो गई है। इस बार भीषण गर्मी ने अप्रैल के महीने से ही लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। गर्म हवाओं, लू और चिलचिलाती धूप को देखते हुए कई राज्य सरकारों ने समर वेकेशन की तारीखें तय कर दी हैं, ताकि बच्चों को गर्मी से राहत मिल सके और उनकी सेहत पर कोई बुरा असर न पड़े।
बिहार में समर वेकेशन का शेड्यूल तय 2 जून से शुरू होंगी छुट्टियां
बिहार शिक्षा विभाग ने वर्ष 2025 के लिए सरकारी स्कूलों की छुट्टियों की सूची पहले ही जारी कर दी है। इस साल बिहार के सरकारी, सहायता प्राप्त, परियोजना, उत्क्रमित, प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कुल 72 छुट्टियां निर्धारित की गई हैं।
गर्मी की छुट्टियां 2 जून से 21 जून तक रहेंगी, यानी बच्चों को कुल 20 दिन का समर ब्रेक मिलेगा। इस दौरान शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों को स्कूल से छुट्टी रहेगी। शिक्षा विभाग ने यह निर्णय बढ़ते तापमान और स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया है।
गया में टूटा 15 साल का तापमान रिकॉर्ड विभाग ने लिया अहम फैसला
इस बार बिहार में गर्मी का प्रकोप इतना तेज है कि गया जिले में 15 वर्षों का तापमान रिकॉर्ड टूट गया है। लगातार बढ़ते तापमान और हीटवेव के खतरे को देखते हुए शिक्षा विभाग ने जल्दी ही समर वेकेशन की तारीखों का ऐलान कर दिया।
बच्चों की तबीयत बिगड़ने और स्कूल तक आने-जाने में होने वाली परेशानी को देखते हुए यह फैसला न केवल जरूरी था बल्कि समय पर भी लिया गया।
छत्तीसगढ़ में पहले ही घोषित हो गई छुट्टियां 25 अप्रैल से 15 जून तक स्कूल बंद
छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग ने भी भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूलों की गर्मियों की छुट्टियों की तारीख में बदलाव कर दिया है।
पहले यह छुट्टियां 1 मई से शुरू होनी थीं, लेकिन तापमान को देखते हुए सरकार ने इन्हें 25 अप्रैल से ही लागू कर दिया। अब छत्तीसगढ़ में स्कूल 15 जून तक बंद रहेंगे।
इस तरह छत्तीसगढ़ के बच्चों को लगभग 50 दिनों का लंबा समर वेकेशन मिल रहा है।
क्यों जरूरी हैं गर्मियों की छुट्टियां बच्चों की सेहत के लिए बड़ा कदम
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अप्रैल से जून के बीच का मौसम बच्चों के लिए शारीरिक रूप से बेहद संवेदनशील होता है।
इस दौरान हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, थकावट, उल्टी-दस्त जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं, खासकर छोटे बच्चों में।
बढ़ती गर्मी और सूरज की तेज धूप में बच्चों का स्कूल जाना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में सरकारों का समय रहते कदम उठाना जरूरी है।
गर्मी के मौसम में बच्चों के लिए जरूरी सावधानियां
गर्मी के दिनों में सिर्फ स्कूल बंद करना काफी नहीं है, बल्कि बच्चों और अभिभावकों को कुछ जरूरी स्वास्थ्य संबंधी बातों का ध्यान भी रखना चाहिए:
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
- गर्मी में बाहर निकलने से बचें, खासकर दोपहर 12 से 4 बजे के बीच।
- हल्के और सूती कपड़े पहनाएं, जिससे गर्मी कम लगे।
- फल, सलाद और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं, जिससे शरीर को पोषण मिले और ठंडक बनी रहे।
- गैस वाली चीजें, चाय, कॉफी और जंक फूड से परहेज करें।
- बाहर जाते समय छाता, टोपी और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
अन्य राज्यों में भी जल्द हो सकता है छुट्टियों का ऐलान
बिहार और छत्तीसगढ़ के बाद संभावना है कि अन्य राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, हरियाणा और दिल्ली-NCR भी जल्द ही गर्मियों की छुट्टियों का शेड्यूल जारी करेंगे।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 15-20 दिनों में उत्तर भारत में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, ऐसे में स्कूलों के संचालन पर असर पड़ना तय है।
अभिभावकों के लिए भी आया राहत भरा समय
गर्मियों की छुट्टियों का मतलब होता है कि बच्चों को स्कूल के तनाव से कुछ समय के लिए राहत मिलेगी, वहीं अभिभावक भी बच्चों के साथ समय बिता सकेंगे।
इस दौरान बच्चे नई चीजें सीख सकते हैं, खेल-कूद और यात्रा का आनंद ले सकते हैं, जिससे उनके मानसिक विकास में भी सुधार होता है।
समय रहते फैसला लेकर बच्चों की सेहत को दी जा रही है प्राथमिकता
बढ़ती गर्मी और लू के खतरे को देखते हुए बिहार और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों का समय पर छुट्टियों का ऐलान करना एक सराहनीय कदम है। यह न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है बल्कि उन्हें गर्मियों का आनंद लेने और शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का अवसर भी देता है। अब अन्य राज्यों से भी यही उम्मीद की जा रही है कि वे भी जल्द ही समर वेकेशन को लेकर निर्णय लें, ताकि देशभर के सभी बच्चों को समय रहते राहत मिल सके।